तुलसी की खेती से कमाई करें, फार्मिंग बिज़नेस, कैसे की जाती है, पूरी जानकारी, निवेश, लाभ, लाइसेंस, पंजीकरण, मार्केटिंग, जोखिम [Tulsi Farming Business in Hindi] (License, Investment, Profit, Marketing, Risk)
हिंदू धर्म में तुलसी की पूजा का विशेष महत्व है, यही वजह है कि सदियों से आज भी भारत के ग्रामीण एवं शहरी दोनों ही इलाकों में घर के आंगन में तुलसी का पौधा अवश्य होता है। धार्मिक मान्यताओं के अलावा चूंकि तुलसी एक औषधीय पौधा है, अतः यह हमारे शरीर एवं पूरे वातारण के लिए लाभदाई है। इसलिए बड़ी संख्या में भारत में लोग तुलसी की खेती करते है। अच्छी बात तो ये हैं कि तुलसी का उपयोग विभिन्न उत्पाद को बनाने में किया जाते हैं इसलिए इसकी मांग ज्यादा है और लोग इसकी खेती करके पैसा कमा रहे हैं. अगर आप भी तुलसी की खेती करके पैसा कमाने से संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए इंटरनेट खंगाल रहे हैं, तो आपकी खोज इस आर्टिकल पर खत्म हो जाएगी।
तुलसी की खेती बिज़नेस की शुरुआत कैसे करें
तुलसी का इस्तेमाल परफ्यूम का निर्माण करने में तथा कॉस्मेटिक इंडस्ट्री में ज्यादा किया जाता है। ओसिमम नामक प्रजाति की तुलसी को तेल के प्रोडक्शन के लिए उगाया जाता है। हमारे देश में तुलसी की इस प्रजाति की खेती बहुत ही बड़े पैमाने पर की जाती है। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद, बरेली, सीतापुर और बदायूं जैसे जिलों तथा बिहार राज्य के मुंगेर जिला में इसकी खेती काफी बड़े पैमाने पर की जाती है। इसी तरह से कई सारे उत्पाद में तुलसी का इस्तेमाल होता है. इसलिए तुलसी की खेती का बिज़नेस करने से आपको बेहतरीन मुनाफा हो सकता है.
तुलसी की बाजार में मांग
तुलसी एक आयुर्वेदिक औषधि मानी जाती है। इसीलिए इसकी खेती करने के लिए आपको ज्यादा इन्वेस्टमेंट करने की आवश्यकता नहीं होती। अगर मार्केट में तुलसी के डिमांड के बारे में बात की जाए, तो मार्केट में इसकी काफी अच्छी डिमांड है। हर घर में तुलसी का पौधा अवश्य होता है। इसके अलावा तुलसी का इस्तेमाल विभिन्न प्रकार की दवाइयों में तथा पूजा में भी किया जाता है। वर्तमान की बात करें तो करोनाकाल के इस समय में विभिन्न दवाइयों में तुलसी का इस्तेमाल काफी ज्यादा किया जा रहा है। इसी के कारण मार्केट में इसकी डिमांड बहुत ही बढ़ी है। तुलसी की ज्यादा खपत होने के कारण इसका मार्केट भी काफी बड़ा हो गया है। ऐसे में तुलसी की खेती करना या फिर तुलसी का बिजनेस करना काफी प्रॉफिटेबल हो सकता है। तुलसी की डिमांड अक्सर आयुर्वेदिक, यूनानी और होम्योपैथिक दवाइयां या प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनियों में बनी रहती है।
तुलसी की खेती में लागत
अगर तुलसी की खेती करने के लिए लागत या फिर इन्वेस्टमेंट के बारे में बात की जाए तो लगभग 1 हेक्टेयर जितनी जमीन में तुलसी की खेती करने के लिए आपको 15 से ₹20 हजार तक की लागत आ सकती है। इस प्रकार आपके पास जितने ज्यादा हेक्टर खेत होंगे, आपकी लागत उतनी ज्यादा बढ़ती जाएगी। कभी-कभी यह लागत निराई, गुड़ाई और सिंचाई की व्यवस्था के कारण कम या अधिक भी हो सकती है, परंतु फिर भी यह 25,000 के ऊपर नहीं जाएगी।
तुलसी की खेती में फायदा
आप चाहे तो तुलसी का बीज बेचकर फायदा कमा सकते हैं या फिर तुलसी का तेल बेच कर भी फायदा कमा सकते हैं। लगभग 1 हेक्टेयर जमीन में डेढ़ सौ किलो के आसपास बीज बोने पर आप लगभग 200 किलो के आसपास तुलसी का तेल पा सकते हैं। मार्केट में तुलसी के बीज की कीमत लगभग ₹200 किलो के आसपास होती है, वहीं बाजार में तुलसी के तेल की कीमत ₹800 प्रति लीटर के आसपास होती है। इस प्रकार एक अंदाज के तौर पर आप तुलसी की खेती से 1 साल में लगभग ₹2,00,000 से लेकर ₹2,50,000 तक की कमाई कर सकते हैं।
तुलसी की खेती कैसे करें
अगर आप तुलसी की खेती बिजनेस के तौर पर कर रहे हैं, तो आपको इसकी खेती कैसे की जाती है, इसके बारे में पूरी इंफॉर्मेशन होनी चाहिए, ताकि आप अधिक से अधिक तुलसी का उत्पादन कर सके और ज्यादा फायदा कमा सके। नीचे बताई गई बातों को ध्यान में रखकर आप तुलसी की उन्नत खेती कर सकते हैं।
आवश्यक मिट्टी:-
तुलसी के बीज या फिर तुलसी के पौधे की खेती ऐसी जगह पर की जाती है, जहां पर भुरभुरी मिट्टी हो या फिर दोमट मिट्टी हो और वहां पर जलभराव ना होता है।
खेती का सही समय:-
तुलसी की खेती आप साल के 12 महीनों में कर सकते हैं, परंतु तुलसी की खेती का सही समय बरसात का मौसम माना जाता है। आप चाहें तो इसे दूसरे मौसम में भी लगा सकते हैं, परंतु दूसरे मौसम में इसकी खेती करने पर इसमें पत्ते कम आते हैं। तुलसी की खेती करने के लिए जुलाई का महीना अच्छा माना जाता है और अगर इसकी बुवाई के बारे में बात करें, तो इसके बीज अप्रैल तथा मई महीने के दरमियान बोए जाते हैं और बोने के बाद 2 हफ्ते के बाद ही इसके बीज अंकुरित होने लगते हैं, वही तुलसी के पौधे की रोपाई की बात करें तो इसकी रोपाई अक्टूबर या फिर नवंबर के महीने में स्टार्ट कर दी जाती है।
खेत की तैयारी व बुवाई या पौधरोपण:-
तुलसी की खेती करने के लिए खेत को पहले ट्रैक्टर की सहायता से अच्छी तरह से जोतना चाहिए। उसके बाद खेत में क्यारिया का निर्माण करना चाहिए।तुलसी के बीज आकार में बहुत ही छोटे होते हैं। इसीलिए तुलसी के बीज को रेती या फिर लकड़ी के बुरादे के साथ मिक्स करके मिट्टी के अंदर डाला जा सकता है। तुलसी के बीज मिट्टी में डालने के बाद तुरंत पानी देना चाहिए। आपको बता दें कि, अगर आप खेत में तुलसी के पौधे लगा रहे हैं, तो आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आपको तुलसी के पौधे एक दूसरे से कम से कम 50 सेंटीमीटर की दूरी पर लगाना चाहिए, ताकि तुलसी के पौधों को बड़े होने पर फैलने के लिए आवश्यक जगह मिले।
सिंचाई कार्य:-
तुलसी के पौधे खेत में लगाने के बाद तुरंत उनकी हलके पानी से सिंचाई करना जरूरी होता है। एक बार हलके पानी से सिंचाई करने के बाद दोबाराहफ्ते में कम से कम 2 बार आवश्यकता के अनुसार पानी देना पड़ता है। गर्मियों के मौसम में जो व्यक्ति तुलसी की खेती करता है, उसे हफ्ते में कम से कम तीन से चार बार सिंचाई करनी चाहिए, वही बरसात के मौसम में इसकी खेती करने वाले व्यक्ति को हफ्ते में एक बार सिंचाई करनी चाहिए। कई एक्सपर्ट के अनुसार जब तुलसी की कटाई के लगभग 12 दिन पहले ही तुलसी की सिंचाई करना बंद कर देना चाहिए।
खाद एवं उर्वरक:-
बता दें, तुलसी के पौधे को खाद की आवश्यकता बहुत ही कम पड़ती है। इसीलिए आपको एक लिमिट में ही तुलसी की खेती में खाद डालना चाहिए। ज्यादा खाद डालने पर तुलसी के बीज या फिर तुलसी के पौधे को नुकसान पहुंच सकता है या फिर वह जल भी सकती है।तुलसी के पौधे में कभी भी ज्यादा गर्म खाद नहीं डालनी चाहिए।आप चाहे तो तुलसी के पौधे में जैविक खाद डाल सकते हैं।जैविक खाद के तौर पर आप तुलसी की खेती में गोबर से बनी हुई खाद डाल सकते हैं।यह खाद आपको तुलसी के पौधे लगाने से पहले खेत की जुताई के समय ही डालनी होते हैं।
पत्तियों की तुड़ाई / कटाई:-
तुलसी के बीज या फिर तुलसी के पौधे खेत में लगा देने के बाद तकरीबन 3 महीने के बाद तुलसी की फसल पहली बार तुड़ाई के लिए रेडी हो जाती है। तुलसी की फसल को इस प्रकार से काटा जाता है ताकि उसे काटने के बाद फिर से तने उग आए।जब तुलसी के पौधे की पत्तियां हरे रंग की होने लगे, तब चटक धूप वाला दिन देखकर इनकी कटाई चालू कर देनी चाहिए। अगर आप तुलसी के पौधों की कटाई सही समय पर नहीं करते हैं तो ऐसा करने से तुलसी के पौधों में तेल की मात्रा में कमी हो सकती है। इसीलिए जब तुलसी के पौधों में फूल आना चालू हो जाए,तब आपको इसकी कटाई स्टार्ट कर देनी चाहिए। इसके अलावा तुलसी के पौधे में फूल आने चालु हो जाये, तो आपको उसकी कटाई स्टार्ट कर देनी चाहिए।
तुलसी की खेती के लिए बीज कहां से खरीदें
तुलसी के पौधे लगाने के लिए बीज की खरीददारी आप अपने लोकल एरिया के आसपास स्थित एग्रीकल्चर की दुकान से कर सकते हैं। इसके अलावा अगर आप तुलसी की ऐसी किसी किस्म की खेती करना चाहते हैं, जिसके बीज आपके आस पास मौजूद नहीं है, तो आप उसे ऐमेज़ॉन और अन्य शॉपिंग वेबसाइट से मंगा सकते हैं। तुलसी के पौधे के 100 बीज आपको ₹150 के आसपास मिलेंगे। इस प्रकार आप जितने ज्यादा बीज खरीदेंगे, आपकी लागत उतनी ही बढ़ती जाएगी।
तुलसी की खेती बिज़नेस के लिए लाइसेंस
तुलसी की खेती करने के लिए सामान्य किसान को कोई भी लाइसेंस नहीं लेना होता है, हालांकि कोई अगर कांट्रैक्टिव फार्मिंग करता है, तो उसे कुछ लाइसेंस लेना होता है। इसके अलावा अगर आप तैयार तुलसी को मंडी में बेचना चाहते हैं, तो इसके लिए कुछ कागजात लगते हैं जैसे किसान की खतोनी। इसके बारे में डिटेल में आप अपने क्षेत्र में किसान कल्याण विभाग के कार्यलय में जाकर प्राप्त कर सकते हैं.
तुलसी की फसल का ट्रांसपोर्टेशन खर्च
तैयार तुलसी की फसल को बेचने के लिए आपको ट्रैक्टर और ट्रॉली की आवश्यकता पड़ेगी। अगर आप तुलसी की खेती बड़े स्तर पर कर रहे हैं, तो आप तैयार फसल को ट्रांसपोर्ट करने के लिए बड़ी ट्रक भी भाड़े पर ले सकते हैं। ट्रांसपोर्टेशन खर्चा दूरी और जगह के हिसाब से अलग-अलग होता है।
तुलसी की खेती में कर्मचारियों की आवश्यकता
एक हेक्टर में अगर आप तुलसी की खेती कर रहे हैं तो आपको अपने अलावा 2 कर्मचारियों की और आवश्यकता पड़ेगी। यह कर्मचारी आपके घर के भी हो सकते हैं या तो आप दिहाडी पर अन्य मजदूरों को काम पर रख सकते हैं। अगर आप ज्यादा हेक्टेयर में खेती करते हैं तो कर्मचारियों की संख्या दुगनी हो जाएगी।
तुलसी की खेती बिज़नेस की मार्केटिंग
खेती से संबंधित चीजों की ज्यादा मार्केटिंग नहीं करनी होती है। जब आप अपनी तैयार फसल को लेकर मंडी या फिर मार्केट में पहुंच जाते हैं, तो ग्राहक खुद ही आपके पास आते हैं फिर भी अगर आप मार्केटिंग करना चाहते हैं तो आप लोकल दुकानदारों से, मंडी के दलालों से संपर्क कर सकते हैं। तुलसी की मार्केटिंग इनके जरिए काफी अच्छी हो जाती है और यह आसानी से आपकी तैयार फसल भी बिकवा देते हैं।
तैयार तुलसी की फसल कहां बेचे
जब तुलसी की फसल तैयार हो जाए, तब आप चाहे तो तैयार तुलसी की फसल को बाजार में या फिर मंडी में जाकर बेच सकते हैं। लगभग हर शहर या फिर जिले में ऐसी मंडियां होती हैं,जहां पर खेती से संबंधित प्रोडक्ट की खरीदी और बिक्री होती है। इसके अलावा अगर आपने कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के जरिए तुलसी की खेती की है तो आप सीधा तैयार फसल को उस कंपनी को दे सकते हैं जिसके साथ अपने कांटेक्ट फार्मिंग की है। इसके अलावा आपको ऐसी कंपनियों से संपर्क करना है या फिर ऐसे लोगों से संपर्क करना है, जो तुलसी की फसल खरीदते हैं।इंडिया में कई आयुर्वेदिक कंपनियां तुलसी की फसल खरीदती हैं।ऐसे कई ब्रोकर भी हैं, जो सीधा किसानों से डील करते हैं।
तुलसी की खेती बिज़नेस में जोखिम
तुलसी की खेती में खरपतवार और कीट पतंगों का ही जोखिम होता है। इसके लिए आपको समय-समय पर तुलसी के पौधों पर कीटनाशक का छिड़काव करना चाहिए ताकि कीड़े मकोड़े तुलसी के पौधे या फिर तुलसी की पत्तियों को नुकसान न पहुंचा सके। इसके अलावा आपको इसकी सिंचाई पर भी विशेष ध्यान रखना चाहिए, ताकि इसके पत्ते पानी के अभाव में सूख ना जाए।
FAQ
Ans : 12 महीने कर सकते हैं, परंतु बरसात का मौसम इसके लिए उत्तम माना जाता है।
Ans : ₹15,000 से लेकर ₹20,000 के आसपास।
Ans : तुलसी की खेती के लिए भुरभुरी और दोमट मिट्टी अच्छी मानी जाती है।
Ans : जी हां खरपतवार तथा कीड़े मकोड़ों से बचाने के लिए खाद डालना आवश्यक है।
Ans : बाजार, मंडी, कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग कंपनी या फिर आयुर्वेदिक, यूनानी अथवा होम्योपैथिक कंपनी को बेच सकते हैं।
Ans : एक हेक्टेयर तुलसी की खेती से आप साल भर में ₹2,00,000 से लेकर ₹2,50,000 तक की कमाई कर सकते हैं। यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप तुलसी की खेती कितने बड़े पैमाने पर कर रहे हैं।
Ans : जी हां बिल्कुल.
Ans : कम से कम 50 सेंटीमीटर
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