दोस्तों जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं, आज हमारे देश में लोग ज्यादातर चाय का सेवन करना पसंद करते हैं. हमारे देश में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में रहने वाले दोनों ही वर्गों के लोग चाय के बहुत ही ज्यादा शौकीन होते हैं. चाय बनाने के अलग अलग तरीके होते हैं, गांव में अक्सर लोग चाय को उबालकर बनाते हैं, परंतु शहर में ज्यादातर लोगों के पास समय नहीं होता है, इसीलिए वह जल्दी से चाय बनाने के लिए चाय पत्ती के बैग का इस्तेमाल करते हैं. आप आज के समय के सबसे ज्यादा मांग में रहने वाले व्यवसाय टी बैग बनाने का व्यवसाय शुरू कर सकते हैं.
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चायपत्ती बैग का व्यापार क्या है
दोस्तों नॉर्मल तरीके से जिस प्रकार से हम चाय बनाते हैं, उसमें ज्यादा समय लगता है, परंतु चाय पत्ती के बैग के जरिए चाय बनाने की प्रक्रिया बहुत ही कम समय में हो जाती है. यही कारण है, कि आज क्षेत्रों में लगभग सभी जगहों पर चाय पत्ती बैग के जरिए चाय बना कर पीना लोग पसंद करते हैं. आज के समय में इसकी मांग बढ़ रही है, इसीलिए आप इस व्यापार को शुरू कर सकते हैं.
चायपत्ती के प्रकार
आज आपको बाजार में कई प्रकार की वैरायटी चाय पत्ती की देखने की मिल जाएगी, जो इस प्रकार है.
- सफेद चाय
- ग्रीन टी
- उलौंग टी
- ब्लैक टी
- हर्बल टी
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चायपत्ती बैग का व्यापार के लिए बिजनेस प्लान एवं मार्केट रिसर्च
दोस्तों इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए आपको थोड़ा प्लानिंग करना है और साथ में मार्केट रिसर्च भी करना जरूरी है. मार्केट रिसर्च में हमें पता करना है, कि इस प्रकार की चाय को कहां-कहां पर आसानी से बेचा जा सकता है और पहले से ही जो कंपनियां काम कर रही है, वे कहां से कितने मूल्य पर उत्पादन खरीदी हैं और अपने उत्पाद को कितने मूल्य पर बेचती हैं. प्लान में हम अपने व्यवसाय को कौन सी स्ट्रेटजी से शुरू करेंगे और वह कैसे सफल होगा, इस पर काम करना है.
चायपत्ती बैग बनाने में इस्तेमाल होने वाली आवश्यक सामग्री
मुख्य रूप से आपको दो बेहद आवश्यक सामग्री चाहिए, पहला फिल्टर पेपर और दूसरा चाय पत्ती. चाय पत्ती को जिस बैग में डाला जाता है, इस बैग को फिल्टर पेपर कहते हैं. इस पेपर को फिलीपीन के केले के पत्तों से बनाया जाता है. बेहद पतला और छिद्रपूर्ण होता है, जिसकी वजह से यह आसानी से गर्म पानी में मिल जाता है और यह आसानी से गलता भी नहीं. दूसरा आपको चाय पत्ती चाहिए, चाय पत्ती आपको कहीं से भी आसानी से मिल जाएगी और आप अलग-अलग चाय पत्ती की वैरायटी में से किसी भी वैरायटी का टी बैग बना सकते हैं.
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चायपत्ती तैयार करने की प्रक्रिया
यदि आप बनी बनाई चाय पत्ती का इस्तेमाल नहीं करना चाहते, तो आप इसे खुद ही बना सकते हैं, इसकी प्रक्रिया नीचे दी गई है.
- विथरिंग प्रक्रिया – चाय पत्ती के पत्तों को सुखाने के लिए इसे 18 से 20 घंटे तक रखा जाता है और ऐसे में इसकी सारी नमी निकल जाती है. इस प्रक्रिया में यही किया जाता है.
- क्रश – इस प्रक्रिया में चाय पत्ती के जब पत्ते सूख जाते हैं, तो उसे हाथों के द्वारा क्रश करने का काम किया जाता है, ताकि चाय पत्ती की पत्तियां छोटे छोटे आकार में हो जाए.
- सुखाना – इस प्रक्रिया में हम चाय पत्ती के अलग अलग वैरायटी के हिसाब से इसे सुखाते हैं. जब चाय पत्ती क्रशिंग प्रक्रिया से होकर पूरी हो जाती है, तब उसे उसकी वैरायटी के आधार पर सुखाया जाता है. काली चाय को उच्च तापमान पर सुखानाजाता है और वहीं पर उलौंग टी इससे भी कम समय में और ग्रीन टी को मात्र 24 घंटों में ही उबाला जाता है
- पीसने और ब्लेंडिंग करने की प्रक्रिया – इस प्रक्रिया में हम चाय पत्ती को अपने पर्पस के अनुसार पिसते है. यदि आपको टी बैग बनाना है, तो हम इसे बहुत ही बारिक रूप में पीसेंगे. अब आगे हमें इलायची और अदरक जैसे अलग-अलग फ्लेवर को मिलाने के लिए ब्लेंडिंग करना होगा और इस प्रक्रिया में हम अपने चाय को अलग अलग स्वाद देते हैं.
चायपत्ती के बैग बनाने की प्रक्रिया
- इसमें हम अपनी चाय पत्ती को भरते हैं और यह सब कुछ टी बैग मेकिंग मशीन के माध्यम से होता है. इस मशीन की सहायता से हम फिल्टर पेपर में चाय पत्ती को भरते हैं और उसे सील कर देते हैं.
- अंत में हमें इसके एक सिरे पर धागा लगाना है, ताकि लोग इसे आसानी से गर्म पानी में डूबा सकें और फिर ऐसे या प्रक्रिया समाप्त हो जाती है .
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चायपत्ती के दाम
चाय पत्ती के क्वॉलिटी के आधार पर इसकी कीमत तय की जाती है, एक अच्छी क्वालिटी की चाय पत्ती 300 रुपए प्रति किलोग्राम और वहीं पर साधारण पत्ती 100 से 150 रुपए किलोग्राम के मूल्य पर मिल जाती है.
चायपत्ती बैग बिज़नेस शुरू करने के लिए स्थान का चयन
दोस्तों इसके लिए किसी भी प्रकार का विशेष स्थान नहीं चाहिए. आप अपने घर का स्थान चयन कर सकते हैं. ध्यान देना है, कि ऐसा स्थान चाहिए जिसमें हमारे सारे काम आसानी से हो जाए जगह की कमी न हो पाए.
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चायपत्ती बैग बनाने वाली कंपनी खोलने के लिए रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस
सबसे पहले आपको फूड विभाग के अंतर्गत अपने इस व्यवसाय को पंजीकृत करवाना है और फिर जाकर इसे शुरू करना है. इसमें आपका थोड़ा अतिरिक्त खर्चा हो सकता है. और आगे आपको लाइसेंस की आवश्यकता पड़ेगी और आप उसे अपने लोकल अथॉरिटी से प्राप्त कर सकते हैं, इसके अतिरिक्त टैक्स भरने से संबंधित सारे कागजात आपको बनवाने होंगे.
चायपत्ती बैग बिज़नेस में खरीदार
जल्दी मुनाफा कमाने के लिए आपको अधिक मात्रा में टी बैग बनाना है और फिर अपने नजदीकी किसी थोक विक्रेता से संपर्क करके उसे बल्क में इसे उपलब्ध करवाना है, ताकि वह आसानी से जल्दी जल्दी बेच सकें.
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चायपत्ती बैग के व्यापार की मार्केटिंग और प्रमोशन
आपको अपने बिजनेस को बढ़ाने के लिए एवं अन्य कंपनियों में अपना स्थान बनाने के लिए आपको अपने व्यवसाय का मार्केटिंग एवं प्रमोशन करना है.इसके ऊपर आप अच्छे से रिसर्च करें और सभी काम करें, जो आपके बिजनेस को सफलता दिला सकती है.
चायपत्ती बैग बनाने के व्यापार में लगने वाला निवेश और लाभ
दोस्तों इस व्यापार में आपको कम से कम 70 से 80 हजार रुपए तक का निवेश करना होगा और प्रमोशन एवं मार्केटिंग का अतिरिक्त खर्च आप जोड़ लीजिए. इतना सब करने के बाद जब आपका व्यवसाय चलने लगेगा, तो आसानी से आपको हर महीने 1 लाख रुपए के ऊपर ही इनकम होगी.
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आप आसानी से इस व्यवसाय को शुरू कर सकते हैं और लगभग एक या दो प्रकार की वैरायटी वाली चाय का बैग बनाएं और यह शुरुआत में आपको कम समय में मुनाफा देगी.
FAQ
Ans : जी हां, बाजार में इसकी काफी अधिक मांग रहती है.
Ans : मुख्य रूप सेविभिन्न स्वाद वाली चायपत्ती एवं फ़िल्टर पेपर की थैलियाँ आदि.
Ans : बेहतर क्वालिटी वाली चायपत्ती के बैग 300 रूपये एवं साधारण चायपत्ती के बैग 100 से 150 रूपये तक में बिकते हैं.
Ans : 70 से 80 हजार रूपये.
Ans : प्रतिमाह 1 लाख रूपये तक.
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