पानी पूरी व्यवसाय, बनाने की मशीन, विधि, तरीका, कीमत, मुख्य सामग्री, रेसिपी, लागत, लाभ, मार्केटिंग (Pani Puri Making Business in Hindi) (How to Start, Recipe, Kaise banate hain, Investment, Benefit, Profit, Marketing)
पानीपुरी लगभग पूरे देश पर लोकप्रिय माना जाता है. और इसका व्यापार हमारे देश पर गली गली में होता है. इन दिनों में तो देश मैं ऐसी कोई सी जगह नहीं है जहां इनका व्यापार नहीं हो. ज्यादातर उत्तर भारत के लोग इसे काफी मजे से खाते हैं. इसे देश के अलग-अलग क्षेत्रों में कई अलग नाम से जाना जाता है गोलगप्पा, फुचका, फुलकी आदि. स्वादिष्ट खाने का नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है. पानीपुरी का व्यापार कम से कम पैसों से शुरू किया जा सकता है, और ज्यादा से ज्यादा पैसों तक जाकर विशेष लाभ कमाया जा सकता है. अगर आप स्टाल नहीं लगाना चाहते हो और केवल आप होलसेल की तरह काम करना चाहते हो, तो आप इस ग्रुप से भी यह व्यापार बड़ी आसानी से कर सकते हैं. यहां पर पानी पुरी व्यापार से जुड़े विशेष बातों का वर्णन किया जा रहा है.
पानीपूरी बनाने के रॉ मटेरियल (Raw Material)
पानी पुरी बनाने के लिए अधिक से अधिक कच्ची सामग्रियां कि जरूरत होती है. आमतौर पर इसके लिए आटा सूजी और पानी की जरूरत पड़ती है.
कीमत: यहां पर इन दोनों सामग्रियों की कीमत के बारे में बताया जा रहा है.
आटाः रू 22 प्रति किलोग्राम
सूजी : रु 78 प्रति किलोग्राम
पानीपूरी बनाने की मशीन (Machinery)
पानी पुरी बनाने के लिए दो मशीनों का प्रयोग किया जाता है जिसमें एक मशीन में मैदा मिक्स करके पूरियां बनाई जाती है और दूसरे में मिक्सर के रूप में कार्य किया जाता है जिससे पानी पुरी बनाने में आसानी होती है.
पानीपूरी बनाने की मशीन क़ीमत (Machinery Price)
पानी पुरी के लिए मैदा मिक्सर मशीन की कीमत होती है रू27,000 और पानीपुरी मशीन की कीमत है 55,000
कहां से खरीदें :-
कच्ची सामग्री आपको किसी भी किराना स्टोर में बड़ी आसानी से मिल सकता है. अगर आप यह सामग्रियों ऑनलाइन प्राप्त करना चाहते हैं, तो इंडियामार्ट या अमेज़न जैसी शॉपिंग वेबसाइट से खरीद सकते हैं.
पानीपूरी बनाने की विधि (Pani Puri Making Recipe)
यहां पर पानी पुरी बनाने की प्रक्रिया के बारे में बताया जा रहा है.
- यहां पर आपको सबसे पहले जरूरत के अनुसार मैदे का आटा और उसके अनुसार मिक्स किए जाने वाले मिश्रण को मिक्सिंग मशीन में डालना होगा, इसकी मशीन को ऑन करें और इसमें जरूरत के अनुसार थोड़ा थोड़ा साफ पानी भी डालते जाए.
- धीरे धीरे आपके द्वारा डाला गया हुआ आटा गुथना शुरू हो जाएगा. आटा सख्त रूठे हुए होने की जरूरत होती है.
- अब गूथे हुए आटे को पानी पुरी बनाने वाली मशीन में डालना होगा जिससे यह छोटे छोटे गोल गोल आकार में पूरी बनकर निकलने लगेगी. पूरी बनने के बाद इसे करने का काम करना होगा ध्यान रखें की पूरियां कहीं से टूटे ना क्योंकि पूरिया थोड़ी कड़क होती है इस प्रकार से आपको पूरी परी पूरियां आसानी से विविन गोल गोल पुरिया को इसके बाद तलना शुरू किया जाता है. ध्यान में तैयार करनी होगी.
पानीपूरी बनाने के व्यापार के लिए स्थान की आवश्यकत (Location)
इस मशीन को रखने के लिए अधिक स्थान की जरूरत नहीं होती है. इसके लिए आमतौर पर एक 10/10 कमरा होना काफी है. आप चाहे तो और भी बडे़ जगह का भी प्रयोग कर सकते हैं, ताकि काम बड़ी आसानी से किया जा सके.
पानीपूरी की संख्या प्रति किलोग्राम :-
पानी पुरी बनाने वाले प्रति किलोग्राम सूजी से लगभग 100 से 110 की संख्या में पूरी बनाई जा सकती है .
पानीपूरी का व्यापार शुरू करने के लिए कुल लागत (Cost / Investment)
पानीपुरी का व्यापार शुरू करने के लिए 4000 पानी पुरी बनाने की जरूरत होगी जिसे बनाने के लिए 38 किलो सूजी की आवश्यकता होगी इसे बनाने के लिए तेल की कीमत सुधीर की कीमत बिजली खपत जैसी सभी चीजों में लगभग 2500 रुपए की लागत आएगी इसे बनाने के लिए 38 किलोग्राम सूजी की जरूरत पड़ती है. इसलिए बाल में तेल की कीमत, सूजी की कीमत, बिजली खपत, आदि सभी चीजों जोर में तो कुल 2500 सो रुपए की लागत होती है.
पानीपूरी बनाने के व्यापार में लाभ (Profit)
इससे पहले प्रति घंटे 4000 पानी पुरी बनाकर लगभग 800 रूपये लाभ प्राप्त किया जा सकता है. इस तरह से कम मेहनत एवं लागत का प्रयोग करके इस प्रकार की सहायता से प्रतिदिन 8 घंटे का काम करके लगभग 6000 रूपये कमाया जा सकता है.
पानीपूरी बनाने के व्यापार की मार्केटिंग (Marketing)
आप खुद ही करते हुए स्टॉल भी लगा सकते हैं और अन्य लोगों को भी रोजगार दे सकते हैं इसी तरह शहरों में भी कई जगहों पर स्टॉल लगाया जा सकता है जिससे मुनाफा कमाया जा सकता है. इन दोनों स्टोर में आपको अपने व्यापार में अच्छा लाभ कमाने के लिए उन दोनों का चुनाव करना होगा जहां पर आपको अधिक मुनाफा प्राप्त हो सकता है.
शहर की उन जगहों पर तो लगा सकते हैं जिस जगह पर लोगों की भीड़ अधिक से अधिक होती हो. उदाहरण स्वरूप आप बस स्टैंड के आसपास, रेलवे स्टेशन के बाहर, स्कूल कॉलेज के बाहर, फिल्म क्रिएटर, मंदिर आदि स्थानों के बहार पहाड़ अपने स्टाल लगा सकते हैं. इन जगहों पर पानी पुरी के बिकने की संभावना भी अधिक होती है.
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